बिहार सरकार लगातार महिलाओं के आर्थिक, सामाजिक और व्यक्तिगत सशक्तिकरण की दिशा में कार्य कर रही है। इसी कड़ी में राज्य सरकार ने “मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना” की शुरुआत की है। यह योजना महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने, रोजगार के अवसर प्रदान करने और जीविका से जुड़ी गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से शुरू की गई है।
योजना का उद्देश्य
इस योजना का मुख्य लक्ष्य बिहार की महिलाओं को आर्थिक रूप से मज़बूत बनाना है। बहुत सी महिलाएँ आज भी रोजगार के अभाव में परिवार पर निर्भर हैं। मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना उन्हें वित्तीय सहायता देकर आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास है।
योजना की प्रमुख विशेषताएँ
- आर्थिक सहायता: प्रत्येक महिला लाभुक को ₹10,000 की सहायता राशि सीधे उनके बैंक खाते में दी जाएगी।
- जीविका समूह से जुड़ाव: योजना का लाभ मुख्यतः जीविका स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं को मिलेगा।
- शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्र की महिलाएँ पात्र: ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएँ अपने ग्राम संगठन (VO) के माध्यम से आवेदन कर सकती हैं, जबकि शहरी महिलाएँ अपने क्षेत्र स्तरीय संगठन (ALF) या जीविका की वेबसाइट के माध्यम से आवेदन करेंगी।
- पारदर्शी प्रक्रिया: पूरी प्रक्रिया डिजिटल माध्यम से संचालित की जाएगी, जिससे किसी प्रकार की अनियमितता की संभावना नहीं रहेगी।
- स्वावलंबन का अवसर: यह योजना महिलाओं को घर से ही रोजगार शुरू करने, जैसे—सिलाई-कढ़ाई, खाद्य प्रसंस्करण, मुर्गी पालन, हैंडमेड प्रोडक्ट्स इत्यादि जैसे कार्यों में सहायता प्रदान करेगी।
राशि अंतरण की तिथियाँ
बिहार सरकार ने लाभार्थियों को राशि ट्रांसफर करने के लिए कई निर्धारित तिथियाँ तय की हैं। यह प्रक्रिया 3 अक्टूबर 2025 से शुरू होकर दिसंबर 2025 तक निरंतर जारी रहेगी। लाभुकों को उनके खाते में सीधे धनराशि प्राप्त होगी।
निम्न तिथि एवं दिन को राशि निर्गत की जाएगी
3 अक्टूबर 2025 (शुक्रवार), 6 अक्टूबर 2025 (सोमवार), 17 अक्टूबर 2025 (शुक्रवार), 24 अक्टूबर 2025 (शुक्रवार), 31 अक्टूबर 2025 (शुक्रवार), 7 नवम्बर 2025 (शुक्रवार), 14 नवम्बर 2025 (शुक्रवार), 21 नवम्बर 2025 (शुक्रवार), 28 नवम्बर 2025 (शुक्रवार), 5 दिसम्बर 2025 (शुक्रवार), 12 दिसम्बर 2025 (शुक्रवार), 19 दिसम्बर 2025 (शुक्रवार), 26 दिसम्बर 2025 (शुक्रवार)
आवेदन प्रक्रिया
- ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएँ:
जो महिलाएँ पहले से जीविका स्वयं सहायता समूह से जुड़ी हैं, वे अपने ग्राम संगठन (VO) के माध्यम से आवेदन करें। जो महिलाएँ अभी समूह से नहीं जुड़ी हैं, वे पहले सदस्यता लें और फिर योजना के लिए आवेदन जमा करें।
- शहरी क्षेत्र की महिलाएँ:
जो महिलाएँ स्वयं सहायता समूह से जुड़ी हैं, वे अपने ALF (एरिया लेवल फेडरेशन) या नगर निकाय की विशेष बैठक में आवेदन करें। जो महिलाएँ समूह से जुड़ी नहीं हैं, वे जीविका की आधिकारिक वेबसाइट www.brlps.in पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकती हैं।
योजना से होने वाले लाभ
- आर्थिक स्वतंत्रता: महिलाओं को अपने रोजगार शुरू करने के लिए पूंजी उपलब्ध होगी।
- सामाजिक सम्मान: आत्मनिर्भरता के साथ समाज में महिला की भूमिका और सम्मान दोनों बढ़ेंगे।
- परिवार की आय में वृद्धि: छोटे स्तर पर शुरू हुए कार्य धीरे-धीरे स्थायी आय का स्रोत बनेंगे।
- सशक्तिकरण की दिशा में कदम: यह योजना केवल वित्तीय सहायता नहीं, बल्कि महिला सशक्तिकरण का प्रतीक है।
आवेदन करने के लिए किन दस्तावेज़ों की आवश्यकता है
- आधार कार्ड
- बैंक पासबुक की प्रति
- जीविका समूह की सदस्यता प्रमाणपत्र (यदि लागू हो)
- पासपोर्ट आकार का फोटो
- पहचान पत्र (मतदाता कार्ड या राशन कार्ड)
निष्कर्ष
मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना बिहार की महिलाओं के लिए आत्मनिर्भरता की दिशा में ऐतिहासिक कदम है। यह केवल एक आर्थिक सहायता योजना नहीं, बल्कि महिलाओं को अपने पैरों पर खड़ा करने का संकल्प है।
महत्वपूर्ण जानकारी:
राशि अंतरण कार्यक्रम सभी पात्र महिलाओं को लाभ मिलने तक जारी रहेगा।
किसी अपरिहार्य कारणवश तिथियों में परिवर्तन संभव है।
योजना का लाभ लेने के लिए इच्छुक महिलाएँ अपने ग्राम संगठन (VO) या क्षेत्र स्तरीय संगठन (ALF) में जाकर आवेदन कर सकती हैं।
शहरी क्षेत्रों की महिलाएँ जीविका की वेबसाइट www.brlps.in पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकती हैं।